
भाई-बहन के प्रेम और विश्वास का पर्व रक्षाबंधन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
रिपोर्टर इंद्रजीत
लोकेशन सिरसा
देश-विदेश में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही घरों में उत्सव का माहौल था। महिलाएं और बच्चियां पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर थालियों में रंग-बिरंगी राखियां, चावल, रोली और मिठाइयां सजाकर तैयार हो गईं।
बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना की। भाइयों ने भी इस बंधन की लाज निभाने का वादा करते हुए कहा— “बहन, तेरे पास जब भी कोई कठिनाई आएगी, तेरा भाई तेरे लिए अपनी जान भी न्योछावर कर देगा।”
इसी अवसर पर बहन काव्य दक्ष ने अपने तीनों भाइयों— केशव दक्ष, भीमाशंकर दक्ष और युवराज दक्ष— की कलाई पर राखी बांधी। काव्य दक्ष ने भाइयों के माथे पर तिलक लगाया, आरती उतारी और मिठाई खिलाई। भाइयों ने बहन को उपहार देते हुए जीवनभर उसकी रक्षा और सम्मान करने का संकल्प लिया।
घर का वातावरण प्रेम, अपनत्व और खुशियों से भर गया। राखी बांधते समय आंखों में चमक के साथ-साथ रिश्तों की गहराई भी झलक रही थी। मिठाइयों की मिठास और राखी की डोर ने भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बना